आयु्र्वेदा और होम्योपैथिक की तरह एक्युप्रेशर और एक्युपंचर से भी चिकित्सा की जाती है। इनका जन्म लगभग एक साथ ही हुआ था। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसका जन्म भारत में लगभग 6,000 साल पहले हुआ था और चीनी व्यापारियों के कारण यह भारत से चीन ले जाया गया था।
प्राचीन काल मे भी चरक जैसे
बड़े चिकित्सकों ने भी इस पद्धति का लाभ मालिश व मसाज के रूप मे लिया है।
आज एक्युप्रेशर द्वारा कई डॉक्टर तथा विशेषज्ञ गंभीर से गंभीर रोग का इलाज आसानी से कर देते है। इस पद्धति में बिना दवा तथा आप्रेशन के रोगी को रोग मुक्त किया जा सकता है और इसे हर जगह और हर समय अपनाया जा सकता.....Read more
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