दांतों
की सुरक्षा–
दांतों के रोगों से उसमें भी कृमि भी होते हैं। बच्चों के अलावा और बडों में भी
दाँत के रोग विशेष रूप से देखने को मिलते हैं।
खूब ठंडा पानी
अथवा ठंडे पदार्थ खाकर गर्म पानी अथवा गर्म पदार्थ खाने से दांत जल्दी गिर जाते
हैं।
केवल ठंडा पानी
और ठंडे पदार्थ तथा अकेले गर्म पदार्थ तथा गर्म पानी के सेवन से
भी दांतों के रोग उत्पन्न हो जाते हैं। इसलिए इसके सेवन से बचें।
भोजन करने के बाद
दांतों को साफ करके कुल्ला करना चाहिए। यदि अन्न के कण दाँत में फंस गये हो तो इसका
भी ध्यान रखें।
महीने में एक बार
रात को सोने से पहले सरसों एवं नमक का तेल मिलाकर, उससे दाँत घिसकर,
कुल्ले
करके सो जाएं। ऐसा करने से वृद्धावस्था में
भी दांत स्वस्थ और मजबूत होते हैं।
तिल का तेल सप्ताह
में एक बार दांतों पर घिसें। इस तिल के तेल के कुल्ला करने से भी दांत वृद्धावस्था तक स्वस्थ और मजबूत रहते हैं।
बिस्कुट, आईसक्रीम,
चॉकलेट,
बासी
पदार्थ, ठंडा पानी, चाय, कॉफी आदि का सेवन न करें।. इससे दांतों की सुरक्षा होती है।
सुपारी जैसे अत्यंत कठोर पदार्थों से
खास बचना चाहिए।
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