अजवाइन के लाभ
- 25 ग्राम पिसी हुई अजवाइन आधा किलो पानी में डालकर रात को रख दें। सुबह इसे उबालें। जब चौथाई पानी रह जाये तब उतार कर छान लें। ठंडा होने पर पिलायें। यह बड़ों के लिए एक खुराक है। बच्चों को इसकी दो खुराक बना दें। इस तरह सुबह, शाम दो बार पीते रहने से पेट के कीड़ें मर जाते हैं।
- अरंड के तेल के साथ जंगली अजावयन को पीसकर लगाने से गठिया का दर्द ठीक होता है।
- 1 ग्राम साफ की हुई अजवाइन को लेकर रोजाना रात को सोते समय पान के बीडे़ में रखकर खाने से खांसी में लाभ मिलता है।
- जवाइन के रस में एक चुटकी कालानमक मिलाकर सेवन करें। और ऊपर से गर्म पानी पी लें। इससे खांसी बंद हो जाती है।
- कच्ची अजवाइन और गुड़ समान मात्रा में मिलाकर 1-1 चम्मच रोजाना 4 बार खायें। इससे गुर्दे का दर्द भी ठीक हो जाता है।
- अजवाइन और बच बराबर मात्रा में लेकर बारीक पीसकर लुगदी (पेस्ट) बना लें। आधा ग्राम लुग्दी (पेस्ट) रात को सोते समय दाढ़ (जबड़े) के नीचे दबाकर सो जाएं। इससे दांतों के कीड़े मर जाते हैं तथा दर्द खत्म हो जाता है।
- चारपाई के चारों पायों पर अजवाइन की 4 पोटली बांधने से खटमल भाग जाते हैं।
- अजवाइन को साफ कर महीन चूर्ण बना लें, इस चूर्ण को 2 से 5 ग्राम की मात्रा में नस्वार की तरह सूंघने से सिर का दर्द, जुकाम, कफ का नासिका में रुक जाना एवं मस्तिष्क के कीड़ों में लाभ होता है।
- 3 ग्राम अजवाइन में आधा ग्राम कालानमक मिलाकर गर्म पानी के साथ फंकी लेने से पेट की गैस, पेट का दर्द ठीक हो जाता है।
- गैस बनने की अवस्था में भोजन के बाद 125 ग्राम मट्ठे में आधा ग्राम अजवाइन और कालानमक मिलाकर आवश्यकतानुसार सेवन करें।
- 3 ग्राम अजवाइन चूर्ण को सुबह-शाम गर्म दूध के साथ सेवन करने से मासिकस्राव खुलकर आता है और मासिक धर्म की रुकावट दूर होती है
- शीतज्वर में 2 ग्राम अजवाइन सुबह-शाम खिलायें।
- अजवाइन की बीड़ी या सिगरेट बनाकर पीने से जुकाम में लाभ होता है।
- अजवाइन का रस पानी में घोलकर उस पानी से गुहैरी को धोने से गुहेरी जल्दी नष्ट हो जाती है।
- गुनगुने पानी के साथ अजवाइन के बारीक चूर्ण को पीने से कब्ज समाप्त होती जाती है।
- 50-50 ग्राम मेथी, अजवाइन, शुंठी लेकर कूट-पीसकर चूर्ण बनाकर रखें। 2 ग्राम चूर्ण दिन में दो बार हल्के जल से लेने से शीत के कारण उत्पन्न कमर दर्द मिट जाता है।
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