Wednesday, 20 November 2013

Guava

अमरूद
यह एक बहुत ही स्वादिष्ट फल है जो कई गुणों से भरपूर है। इसमें प्रोटीन लगभग 10. प्रतिशत, वसा 0. 2 कैल्शियम 1.01 प्रतिशत होता है। फलों में अमरूद का तीसरा स्थान है। पहले दूसरे और तीसरे नंबर पर आंवला एवं चेरी आते हैं। इन फलों का उपयोग ताजे फलों की तरह नहीं किया जाता है। अमरूद विटामिन-सी की आपूर्ति के लिए सबसे उपयुक्त है।
विटामिन-सी छिलके में और उसके ठीक नीचे पाया जाता है तथा आंतरिक भाग में यह मात्रा कम होती जाती है। जैसे-2 फल पकता जाता है वैसे-2 यह मात्रा बढती जाती है। सिट्रिक अम्ल अमरूद में प्रमुख रूप से पाया जाता है। अमरूद के 6 से 12 प्रतिशत भाग में बीज होते है। यह एक स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ अनेक गुणों से युक्त भी होता है।
Guava is a fruit
अमरूद का फल
यह एक बेहतरीन औषधि है जो विभिन्न रोगों में औषधि के समान लाभकारी है-
•    पिसी मिश्री 10 ग्राम तथा अमरूद के ताजे पत्तों का रस 10 ग्राम मिलाकर 21 दिन प्रात: खाली पेट सेवन करें। इससे भूख खुलकर लगने लगती है और शरीर आकर्षक हो जाता है।
•    अमरूद के पत्तों का रस पिलाने या अमरूद खाने से शराब का नशा धीरे-धीरे करके उतर जाता है।
•    एक कच्चा अमरूद लें। फिर उसे पत्थर पर घिसें और पेस्ट तैयार कर लें। इससे एक सप्ताह तक सिर में लेप करने से आधाशीशी दर्द दूर हो जाता है। यह प्रयोग प्रतिदिन सुबह के समय करना चाहिए।
•    अमरूद की 8-9 नई पत्तियों को पीस लें, फिर उसमें थोड़ा सा काला नमक मिलाकर रोजाना खाने से से गठिया का दर्द दूर हो जाता है।
•    एक पके हुए अमरूद को आग में डालकर उसे भूनकर निकाल लें और भुने हुई अमरुद को छीलकर उसका भुर्ता बना लें। इसके बाद उसमें कालीमिर्च, जीरा और स्वादानुसार नमक मिलाकर खाएं। इससे मधुमेह में अधिक लाभ मिलता है।
•    अमरूद की 7-8 पत्तियों को पानी में उबालें और पीसकर उसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को फोड़े-फुंसियों पर लगाने से बहुत लाभ मिलता है।
•    एक महीने तक लगातार अमरूद खाने से भी पेट साफ रहता है व फोड़े और फुंसियों से छुटकारा भी मिलता है।

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